नई दिल्ली.वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को सदन में 2020-21 का आम बजट पेश किया।राजद नेता तेजप्रताप यादव ने कहा- इस बजट से ज्यादा अच्छी तो सत्यनारायण भगवान की कथा होती है, कम से कम मन को संतुष्टि और पुण्य की प्राप्ति होती है। यहां तो कुछ भी नहीं आया हाथ में। गरीब जनता टुकुर-टुकुर देखती रही और ये लगातार ढाई-तीन घंटे तक गुमराह करते रहे। वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता संजय झा ने कहा-बजट के लिए वित्त मंत्री की आलोचना न करें। क्योंकि,इसे एलेक्सा (अमेजन का आर्टिफिशियल असिस्टेंट) द्वारा तैयार किया गया है। 100 नए एयरपोर्ट्स। कोई साइंटिफिक एसेसमेंट नहीं। बस सिर्फ बचकाना सुर्खियां बटोरने की कोशिश। यह सिर्फ 100 स्मार्ट सिटी की तरह है, जो कहीं नहीं दिख रहीं। एलेक्सा को 100 से ज्यादा प्यार है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा-टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में इम्प्लॉयमेंट जनरेशन को बढ़ावा देने के लिए इस बजट में हमने कई विशेष प्रयास किए हैं। नए स्मार्ट सिटीज, इलेक्ट्रॉनिक मैन्यूफैक्चरिंग, डेटा सेंटर पार्क्स, बायो टेक्नोलॉजी और क्वांटम टेक्नोलॉजी, जैसे क्षेत्रों के लिए अनेक पॉलिसी इनिशिएटिव्स लिए गए हैं। इससे पहले राहुल गांधी ने कहा- यह अब तक सबसे लंबा बजट भाषण था,लेकिन इसमें कुछ भी नहीं था। इस पर सीतारमण बोलीं- मैं सहमत हूं कि मेरा बजट भाषण लंबा था, लेकिन भाषण में मैंने युवाओं के लिए रोजगार की योजनाओं के बारे में बात की। इसमें उन्हें कई लाभ दिए गए हैं।
सबसे लंबा बजट भाषण और सबसे अधिक कमी- कांग्रेस
- राहुल गांधी ने कहा- मुख्य समस्या बेरोजगारी है। बजट में ऐसा कोई ठोस प्रावधान नहीं दिखा, जिससे हमारे युवाओं को रोजगार मिले। इसमें कोई विचार नजर नहीं आया। सरकार अपनी पीठ थपथपाती दिखी। सरकार सिर्फ बातें ही कर रही है, लेकिन काम कुछ नहीं हो रहा है।
- गृह मंत्री अमित शाह ने कहा- इस बजट में, मोदी सरकार ने कर प्रणाली को तर्कसंगत बनाने, बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने, बैंकिंग प्रणाली को मजबूत करने, निवेश को बढ़ावा देने और व्यापार करने में आसानी के लिए प्रभावी कदम उठाए हैं। यह मोदी सरकार के 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के संकल्प को आगे बढ़ाएगा।
- पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा- यह हाल के वर्षों का सबसे लंबा बजट था। यह 160 मिनट तक चला, लेकिन समझ नहीं आया कि बजट से सरकार क्या संदेश देना चाहती थी। इसमें रोजगार सृजन को लेकर कुछ नहीं कहा गया है। सरकार अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने, विकास दर में तेजी लाने, निजी निवेश को बढ़ावा देने या रोजगार के अवसर देने की उम्मीद छोड़ चुकी है।
- कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा- मुझे खुशी है कि वित्त मंत्री ने स्वीकार किया कि राजकोषीय घाटा 3.8% है। उनको देश को यह भी बताना चाहिए था कि अगर आप यूनियन और स्टेट का घाटा जोड़े तो यह 8% से ज्यादा है जो देश के लिए चिंता की स्थिति है।
- केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा- यह बजट प्रधानमंत्री मोदी के सुधार और सुधार की 5 साल की नीति को जारी रखने का एक ऐतिहासिक बजट है। यह बजट महिलाओं, किसानों, युवाओं, मध्यम वर्ग और गरीबों पर केंद्रित है। मैं वित्त मंत्री सीतारमण को इस साहसी बजट के लिए बधाई देता हूं।
- कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा- निर्मला सीतारमण बजटीय गणित समझाने में विफल रही हैं। भारी भरकम शब्दों का कोई मतलब नहीं हैं। इंस्पेक्टर राज को समाप्त करने का वित्त मंत्री का दावा गलत और मजाक है। आईटी के छापे कई गुना बढ़े हैं। टैक्स टेररिज्म ने व्यापार जगत के लीडर्स में दहशत पैदा की है। बजट स्पष्ट नहीं है। रोजगार सृजन के लिए स्पष्ट रोडमैप नहीं है।
- केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा- राहुल गांधी बजट को लेकर बहुत उत्साहित नहीं दिखे। अगर उनके पास कोई मुद्दा-आधारित प्रश्न है, तो मैं उनका जवाब दे सकता हूं। लेकिन अगर वह केवल विशेषण का उपयोग करना चाहते हैं, तो मैं उनसे 10 गुना बेहतर विशेषण टेलीविजन पर देख रहा हूं, जो सकारात्मक है।
- माकपा नेता सीताराम येचुरी ने कहा- जब तक मोदी सरकार के मंत्री और भाजपा के नेता भारतीय समाज को नष्ट करने के लिए काम करेंगे, तब तक देश में कोई भी आर्थिक पुनरुत्थान नहीं हो सकता। वहीं, राजद ने कहा- ‘गोली मारो...’ का नारा देने वाले वित्त राज्यमंत्री आज देश को बता रहे हैं कि बजट ‘सबका साथ, सबका विकास’ वाला है।
- राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा- विश्व में भारत को एक प्रमुख आर्थिक शक्ति के रूप में स्थापित करने वाला आम बजट मोदी सरकार की दूरदर्शी सोच को प्रतिबिम्बित करता है। हमें विश्वास है कि यह बजट मजबूत भारत की आधारिशला रखकर सभी भारतीयों के सपनों को साकार करने का मार्ग प्रशस्त करेगा।
- वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने कहा- निर्मला सीतारमण और अनुराग ठाकुर ने नौकरी की कमी, किसानों की आत्महत्या, गिरती हुई जीडीपी, खत्म होते कारोबार के बीच का बजट पेश किया। सीतारमण अपने बॉस की तरह कहती हैं- ‘सब चंगा सी'! अनुराग ठाकुर ने कहा होगा- देश के बेरोजगारों, व्यापारियों और किसानों को गोली मारो!
उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा- भाजपा का एक और निराशाजनक बजट आया। न नौकरीपेशा को फायदा, न कारोबारी को, न उद्योग को, न किसान-मजदूर-गरीब को। युवा और भी निराश हो गए हैं और महंगाई की मारी गृहणी और भी हताश हैं। अगर भाजपा के भ्रष्टाचार पर कर लगा दिया जाए तो देश के बुरे दिन समाप्त हो जाएंगे।
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा- विश्व में भारत को एक प्रमुख आर्थिक शक्ति के रूप में स्थापित करने वाला आम बजट मोदी सरकार की दूरदर्शी सोच को प्रतिबिम्बित करता है। हमें विश्वास है कि यह बजट मजबूत भारत की आधारिशला रखकर सभी भारतीयों के सपनों को साकार करने का मार्ग प्रशस्त करेगा।
- बायोकॉन की संस्थापक किरण मजूमदार शॉ ने कहा- हमारे आर्थिक कैंसर को कीमोथेरेपी की नहीं बल्कि इम्यूनोथेरेपी की जरूरत है। हमें इसके कारणों से लड़ने की जरूरत है न कि इसके लक्षणों से। उम्मीद है 2020 के बजट में इस पर भी ध्यान दिया जाएगा। वित्तीय सृजन हमारी आर्थिक प्रतिरक्षा तंत्र का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा- अर्थव्यवस्था में थेगड़े (टैटर्स/पैबंद) लग चुकेहैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ही हैं,जो कॉस्मेटिक सर्जरी कर सकती हैं। क्योंकि,भाजपा सरकार तो इमरान खान या पाकिस्तान के मुसलमानों की बात करने में ही लगी रहती है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा- दिल्ली के लोगों को पूरी उम्मीद है कि केंद्र सरकार बजट में दिल्ली के हितों की रक्षा करेगी। चुनाव के मद्देनजर दिल्ली को और भी ज्यादामिलना चाहिए। बजट बताएगा कि भाजपा को हम दिल्लीवालों की कितनी परवाह है।
प.बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा- मैं यह देखकर हैरान हूं कि केंद्र सरकार ने किस प्रकार देश की ऐतिहासिक सार्वजिनिक संस्थाओं को ताक पर रख दी है।